सोमवार, 22 जून 2020

एक महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन

 दोस्तों हम जब महान  गणितज्ञों  या फिर वैज्ञानिकों  की बात करते हैं  तो हमारे दिमाग़  में  अल्बर्ट  आइंस्टाइन, पाइथोगोरस, आर्यभट्ट आदि के नाम आते हैं  लेकिन हमारे में से अधिकांश भारतीय श्रीनिवास रामानुजन के नाम से अपरिचित है। तो दोस्तों आज हम इनके बारे में जाने कि इनका जीवन कैसा रहा और इनकी गणित के क्षेत्र में क्या उपलब्धियाँ रही। 

 

       इनका जीवन और उपलब्धियाँ इनको अन्य गणितज्ञों से अलग करती है :--- 

1. इन्होंने किसी और से नहीं बल्कि स्वयं से गणित को सीखा। 

2. इनकी योग्यता को भारत ने नहीं बल्कि इंग्लैंड में समझा गया। 

3. रॉयल सोसाइटी की सदस्यता के बाद यह ट्रिनीटी कॉलेज की फ़ेलोशिप पाने वाले पहले भारतीय भी बने। 

4. उन्होंने गणित को आध्यात्म से जोड़कर ही अपना कार्य किया। 

आइये अब इनके जीवन के बारे में जाने :--- 

         श्रीनिवास रामानुजन अय्यंगर का जन्म 22 दिसम्बर 1887 में कोयंबटूर के ईरोड गावँ में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनिवास अय्यंगर और माता का नाम कोमलताम्मल था। बचपन से ही ये साधारण बालकों से अलग थे। तीन वर्ष तक तो इन्होंने बोलना भी नहीं सीखा था। इनको प्रारम्भिक शिक्षा में कोई रूचि नहीं थी लेकिन शिक्षकों से प्रश्न पूछने का इनको बड़ा शौक था। इनके प्रश्न भी बड़े रहस्यमय होते थे जैसे पृथ्वी और बादलों की दूरी कितनी होती है आदि। इनका व्यवहार इतना सौम्य था कि जो भी इनसे मिलता इनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाता। गणित में इनकी इतनी अधिक रूचि थी कि जो सवाल कॉलेज में आते थे वे सवाल इन्होंने स्कूल में रहते हुए ही हल कर लिए। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण इनको पढ़ाई छोड़नी पड़ी और ट्युसन करके अपना गुजारा करना पड़ा। लेकिन इनकी ईश्वर के प्रति दृढ़ आस्था और गणित के प्रति लगन ने इनके गणित के शोध के कार्य को रुकने नहीं दिया। 

जब इनके माता -पिता ने इनकी शादी कर दी तो ये नौकरी की तलाश में मद्रास गए लेकिन  वहाँ भी पहले प्रयास में इनको कोई नौकरी नहीं मिली और स्वास्थ्य भी ख़राब हो गया था इसलिए ये वापस गावँ चले गए। बाद में ठीक होने के बाद ये वापस मद्रास गए और वहाँ के डिप्टी कलेक्टर श्री वी. रामास्वामी अय्यर से मिले जो गणित के विद्वान् थे। उन्होंने इनसे प्रभावित होकर इनको नौकरी दिलवा दी। यहाँ पर रहते हुए इन्होंने अपना पहला शोधपत्र `बरनौली संख्याओं के गुण ' प्रकाशित किया। उस समय अपने शोध कार्य को आगे बढ़ाने के लिए किसी अंग्रेज प्रोफ़ेसर की सहायता लेना अतिआवश्यक था इसलिए इनके कुछ मित्रों ने इनके द्वारा लिखे गए शोध को इंग्लैंड के प्रसिद्ध गणितज्ञों के पास भेजा। वहाँ प्रोफ़ेसर हार्डी रामानुजन के सूत्रों से बहुत प्रभावित हुए और उनको कैम्ब्रिज आने का न्यौता दिया। 

वहाँ जाकर इन्होंने विशेष शोध लिखा जिसके कारण से इनको कैंब्रिज विश्विद्यालय द्वारा बी.ए. की उपाधि भी मिली।इसके बाद वहाँ उनको रॉयल सोसायटी का फेलो नामित किया गया। ये फेलो पाने वाले वे सबसे कम उम्र के पहले सदस्य थे। बाद में उन्हें ट्रिनीटी कॉलेज की फ़ेलोशिप भी मिली जो कि किसी पहले भारतीय को यह दी गयी थी। वहाँ रहते हुए इनका स्वास्थ्य ख़राब होने लगा और उस समय की असाध्य बीमारी क्षय रोग इनको हो गया जिसके कारण ये वापस भारत लौट आये। बीमारी में भी इन्होंने मॉक थीटा फ़ंक्शन पर एक शोध लिखा जो कि गणित ही नहीं बल्कि चिकत्साविज्ञान में भी कैंसर को समझने के लिए प्रयोग किया जाता है। 26 अप्रेल 1920 में केवल 33 वर्ष की अल्पायु में इनका देहांत हो गया। 

रामानुजन द्वारा किए गए कार्य आज भी वैज्ञानिकों के लिए अबूझ पहेली जैसे हैं। रामानुजन का आध्यात्म के प्रति विश्वास इतना गहरा था कि वे अपने गणित के क्षेत्र में किये गए किसी भी कार्य को आध्यात्मिकता का ही एक अंग मानते थे। वे धर्म और आध्यात्मिकता में केवल विश्वास ही नहीं रखते थे बल्कि उसे तार्किक रूप से प्रस्तुत भी करते थे। वे कहते थे कि "मेरे लिए गणित के उस सूत्र का कोई मतलब नहीं है जिससे मुझे आध्यात्मिक विचार न मिलते हों।” 



इनके जीवन पर आधारित एक फ़िल्म भी बनी थी  `The Man Who Knew Infinity' इसको एक बार जरूर देखिएगा। दोस्तों आशा है आपको मेरा ये लेख और वीडियो अच्छा लगा होगा। एक अच्छा लगा हो तो कृपया मेरे ब्लॉग और यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब, फॉलो , लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा। 

धन्यवाद !

शुक्रवार, 12 जून 2020

पंतजलि का कोरोना वाइरस की दवा बनाने का दावा

साथियों अभी हाल -ही में पंतजलि के  को - फाउंडर आचार्य बालकृष्ण ने कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया है। उनके इस दावे की सच्चाई तो भविष्य ही तय करेगा लेकिन यह अगर सही हुआ तो भारत और आर्युवेदिक दोनों के लिए एक मिल का पत्थर साबित होगा। 


कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए दुनिया भर के कई देशों में शोध चल रहा है। कुछ देशों ने यह दावा भी किया कि उन्होंने इसकी दवा बना ली है लेकिन अभी तक कोई प्रमाणिक नहीं हुआ। भारत में भी इस पर रिसर्च का काम ज़ोर - शोर से शुरू है लेकिन पंतजलि से पहले किसी ने यह दावा नहीं किया है। आचार्य बालकृष्ण ने कहा है कि पंतजलि  ने कोरोना वायरस की दवा बनाने में सफलता हासिल कर ली है। उन्होंने कहा है कि इस दवा से एक हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अलग-अलग जगहों पर संक्रमितों को यह दवा दी गई , जिसमें से 80 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं।

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जैसे ही कोरोना महामारी ने चीन के साथ पूरे विश्व में दस्तक दी तो उन्होंने अपने संस्थान में हर विभाग को सिर्फ और सिर्फ कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा पर काम करने में लगा दिया, जिसका परिणाम अब सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस दवा का न केवल सफल परीक्षण किया गया, बल्कि इसे तैयार भी कर लिया गया। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि शास्त्रों, वेदों को पढ़कर और उसे विज्ञान के फॉर्मूले में डालकर आयुर्वेदिक चीजों से यह दवा बनाई गई हैं। 

फ़िलहाल इस बात को भारत सरकार द्वारा पुष्टि होना बाकि है , अगर सरकार ने इस पर अपनी मोहर लगा दी तो यह एक क्रांतिकारी उपलब्धि सिद्ध होगी। 

तो दोस्तों आशा है पंतजलि का दावा सही निकले और इस महामारी के भय से देशवासियों को जल्द मुक्ति मिले। 

लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद। 

रविवार, 7 जून 2020

Indian & International System of Numeration

In today's blog, we will learn how to write Indian and International numbers and what is the difference between them.

In the Indian or Hindu-Arabic number system, we initially have a group of three, which will be called Ones. One, tens and hundreds come under it. After this comes a group of thousand, which consists of thousand and ten thousand. After this comes a group of lakhs which includes lakhs and ten lakhs. Next comes the group of crores, which consists of crores and ten crores. 

Now let us explain this by an example 658619805. In this we will put commas like this - 65,86,19,805. Now we will read it like this - Sixty five crore eighty six lakh nineteen thousand eight hundred five. 

Let us now understand this through the chart -


Now let's see how to write international numbers. These numbers are always written in groups of three. To begin with, there will be a group of ones, similar to the Indian system, in which there will be one, tens and hundred. After that there will be a group of thousand which includes thousand, ten thousand and hundred thousand. Now a group of million will come in which there will be one million, ten million and hundred million. 

Now let's look at an example - 897456123 in this we will put commas like this - 897,456,123. Now, let's see how to read it. Eight hundred ninety seven million four hundred fifty six thousand one hundred twenty - three. 

Let us now understand this through the chart -


Now understand all these things from this video - 



Hope you understand this topic. If you like my blog and video, then please subscribe, like, follow and share my blog and YouTube channel.

Thanks for reading my article


बुधवार, 3 जून 2020

How to Earn Money Online [ Part -1 ]

साथियों आप में से अधिकांश के मन में यह प्रश्न रहता है कि क्या हम ऑनलाइन कमा सकते हैं ? तो मेरा जवाब है , हाँ जरूर लेकिन इसके लिए धैर्य और निरंतरता का होना अतिआवश्यक है। हम ऑनलाइन कमा सकते हैं वह भी अकल्पनीय लेकिन यह एकदम से नहीं हो सकता इसके लिए समय , ज्ञान और मेहनत का होना अतिआवश्यक है। हाँ एक बात जरूर दिमाग़ में बैठा ले कि जो साईट धन लेकर कहती है कि आपको इतनी कमाई देंगे वे सब फर्जी हैं। ऐसी कोई भी साईट के झाँसे में ना आवे। तो आइये आज हम पार्ट -1 में देखे `हाऊ टू इरन मनी ऑनलाइन '











आज पार्ट - 1 में आपको वह तरीका बता रहे हैं जिससे आप अपना ऑनलाइन कमाने का कार्य बिना विशेष योग्यता और उपायों से शुरू कर सकते हैं। साथियों कम्पनियाँ अपने प्रोडेक्ट को बेहतर बनाने के लिए सर्वे करवाती हैं जिससे उन्हें यह पता चल सके कि उपभोक्ता क्या चाहता है। इसके लिए बहुत - सी सर्वे साइटें हैं जो यह कार्य हमारी मदद से सम्पन्न करती हैं। बदले में यह हमें अपना पारितोषित देती हैं। सर्वे लगभग 5 मिनिट से एक घंटे तक के होते हैं और उनका भुगतान 20 रुपये से 1500  रुपये तक हो सकता हैं। सर्वे हमारी योग्यता और परिवार की स्थिति  के आधार पर मिलते हैं।

तो आइये ये जाने की इनमें  कैसे काम करते हैं। सबसे पहले हमें सर्वे साईट में अपना रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है। उसके बाद उस साईट में हमें अपनी प्रोफ़ाइल भरनी होगी जिसमें हमारी व्यक्तिगत और व्यावसायिक जानकारी देनी होगी। अब सर्वे साईट हमारी प्रोफ़ाइल के आधार पर मैच करके सर्वे हमें देगी और उसको हमें पूरा करना है। ज्यों ही सर्वे पूरा हो जाता है हमारा पैसा हमारे अकाउंट में जुड़ जाता है। कुछ साईट 100 रूपए पर तो कुछ 500 पर या 10 डॉलर पर अपने रूपए निकालने की अनुमति देती हैं। कुछ PayPal के माध्यम से नकद रुपये देती हैं तो कुछ अमेज़न , फ्लिपकार्ट या Paytm के वाउचर के रूप में। 

दोस्तों इस कार्य से हम आसानी से महीने में 5000 हज़ार से 10000 हज़ार रूपए कमा सकते हैं। इसमें ना तो अधिक समय लगता है और ना ही मेहनत। आप यह कार्य मोबाईल या लैपटॉप में कर सकते हैं। लेकिन थोड़ा धैर्य रखना जरुरी है क्योंकि शुरू में अनुभव कम होने के कारण हो सकता है आपको कम सर्वे मिले लेकिन कुछ समय बाद आप इसमें जरूर सफ़ल होंगे। हाँ एक बात जरूर है कि इसमें आपको पूरी ईमानदारी से अपनी प्रोफ़ाइल के अनुसार ही उत्तर देने हैं वरना आपका सर्वे रिजेक्ट हो जायेगा। तो आइये अब आपको बताते है उन सर्वे साइटों के बारे में जो इस कार्य के लिए सबसे अच्छी और भरोसेबंद हैं। 

[ 1 ] ySense :-- यह सर्वे साईट बहुत पुरानी है और इसमें सबसे ज्यादा सर्वे भी आते हैं। सर्वे के अलावा इसमें टास्क करके, मोबाईल अप्प्स डाउनलोड करके , नए मेंबर बना के भी कमाया जा सकता हैं। 10 डॉलर होने पर आप अपने रूपये निकाल सकते हो।आपको इसमें मेरी इर्निंग का स्क्रीनशॉट दिखा रहा हूँ और इसका लिंक भी दे रहा हूँ। 


[ 2 ] Indiaspecks :-- यह सर्वे साईट भी अच्छा पैसा देती है। एक 15 मिनिट के सर्वे के 70 से 100 रूपए तक देती है। इसमें रुपये निकालने के बहुत से ऑप्शन है लेकिन कम से कम 100 रुपये होने पर आप निकाल सकते हैं। इसका भी लिंक और फ़ोटो आप को बता रहा हूँ।

http://indiaspeaks.net/referrals/view/496624 

[ 3 ] YouGov :--  यह भी एक बहुत अच्छी साईट है जिसमें लगभग 5 से 15 मिनिट के सर्वे होते हैं और हमें 50 से 150 तक पॉइंट मिल जाते हैं। जब 5000 पॉइंट हो जाते हैं तब हम Paytm के माध्यम से अपने रुपये निकाल सकते हैं और हमें 3600 रुपये मिलते हैं। इसका लिंक और फोटो दे रहा हूँ।

https://in.yougov.com/en-hi/refer/cHolrgYWcmQqRmG1fv-Mzg/

[ 4 ] LifePoints :-- यह सर्वे साईट भी आप को अच्छा मेहनताना देती है। इसके सर्वे 5 मिनिट से 30 मिनिट तक के होते हैं और 40 से 100 पॉइंट तक मिलते हैं। कम से कम 340 पॉइंट होने पर हम 300 रुपये का वाउचर या केस निकाल सकते है। 

  https://www.lifepointspanel.com/                                                                                           

[ 5 ] OpinionWorld :-- यह भी अच्छा मेहनताना देती है और बहुत पुरानी विश्वसनीय साईट है। इसमें सर्वे 5 मिनिट से 60 मिनिट तक के होते है और हमें 30 रुपये से 350 रुपये तक मिल जाते हैं। 500 रुपये होने पर हम वाउचर के माध्यम से निकाल सकते हैं। 

             

 [ 6 ] इनके अलावा भी बहुत सी सर्वे साईट हैं जो अच्छा पैसा देती हैं उनके लिंक में नीचे दे रहा हूँ। ये सभी सर्वे साइट्स भरोसेबंद हैं इसलिए आप निसंकोच इन में कार्य कर सकते हैं। Swagbucks --- https://www.swagbucks.com/lp-savings-button?cmp=695&cxid=swagbuttonref&rb=15442932&extRefCmp=1&extRb=15442932

iPanel ---  https://in.ipanelonline.com/member/index/

SurveySavvy ---https://www.surveysavvy.com/?m=6490444

Xcel -online -- https://community.xcel-onlinesurveys.com/

Toluna -- https://in.toluna.com/?redirectedId=18#/

आप अधिक जानकारी के लिए नीचे दिया गया वीडियो देखिए --


तो आशा है आपको मेरा ये लेख अच्छा और उपयोगी लगा होगा। अगले पार्ट में आपको दूसरे कार्य के बारे में बताया जायेगा। कृपया मेरे ब्लॉग और यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब,फॉलो , लाइक और शेयर जरूर कीजियेगा। 

लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद 💓 !


सोमवार, 1 जून 2020

#BoycottChineseProducts कैंपेन

मित्रों आज  `बॉयकॉट चाइना प्रॉडक्ट' कैंपेन सोशल मिडिया में जोर शोर से चल रहा है। तो आइये हम ये जाने की यह अभियान क्या है और इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है। 
इस अभियान की शुरुआत तो बहुत साल पहले हो चुकी थी लेकिन वर्तमान में इंजीनियर सोनम वांग्चुक जिनसे प्रभावित होकर फ़िल्म थ्री इडियट बनी थी के बयान के बाद यह अभियान अपने चरम पर पहुँच गया है।
 आज टवीटर ,फेसबुक,व्हाट्सप्प आदि पर यह अभियान टॉप पर हैं। बॉलीवूड के सितारें भी अब इस कैंपेन में कूद पड़े है। 



अभी अगर हम देखे तो इस अभियान में कुछ बातें विशेष उभर कर आती है -- 
1st लोगों में चायना के विरुद्ध गुस्सा है क्योंकि वह पाकिस्तान की सहायता करता है और भारत को धमकाने की कोशिश करता है। 
2nd लोग चायना अप्प्स डिलीट करने पर विशेष जोर दे रहे हैं। जैसा कि बाबा रामदेव ने भी टवीट कर के लिखा कि चायना अप्प्स अपने फोन से डिलीट करना भी एक राष्ट्रसेवा है। 
3rd कुछ लोग कह रहे हैं कि हम पहले इस सफ्ताह  चायना अप्प्स डिलीट करके शुरुवात करे और फिर साल भर में चायना के हार्डवेयर त्याग दे। 
4th कुछ लोग सम्पूर्ण चायना उत्पाद को त्यागने की बात कह रहे हैं। वे मेड इन चायना की जगह मेड इन इंडिया अपनाने पर जोर दे रहे हैं। 
5th कुछ लोग ये मानते हैं कि इस अभियान से भारत का ही नुकसान होगा। उनका तर्क है कि भारत की तरह अगर चायना भी हमारे सामान का बहिष्कार कर दे तो कितना बड़ा नुकसान हो जायेगा। दूसरा उनका तर्क यह है की इससे जो हमें सस्ता सामान मिलता है उससे हम वंचित हो जाएंगे। तीसरा उनका तर्क यह है कि इससे जो व्यापारी भारी मात्रा में चायना मेड सामान का स्टॉक कर रखे हैं उनका भारी नुकसान हो जायेगा। 



  अब अगर हम देखें कि इस अभियान का क्या असर हो सकता है तो कुछ बातें उभर कर आती हैं -- 
1st ये अभियान अगर लम्बा चले तो बहुत सी चायना एप्स की रेटिंग और डाउन लोडिंग वेल्यू गिर जाएगी और अन्य देशों की कम्पनियाँ बेहतर अप्प्स लेकर आएगी। 
2nd स्मार्ट फोन मार्केट में लोग चायना की जगह अन्य देशों के ब्रांड को वरीयता देंगे और इसका सीधा फ़ायदा सैमसंग को होगा। 
3rd अगर सम्पूर्ण चायना सामान का बहिष्कार होता हो तो भारतीय कंपनियों को सीधा लाभ होगा और देश में रोजगार बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। 
4th चायना इन सबसे घबराकर भारत से मित्रता करने को मजबूर हो जाये .
पहले दोनों कार्य से भारत को कोई विशेष लाभ नहीं होने वाला लेकिन अगर 3rd वाला कार्य हो जाये तो भारत का उदार हो जाये। 
मित्रों ये अभियान कोई आसान नहीं है क्योंकि आज हम देखते हैं कि अपने आसपास  एक छोटी से लेकर बड़ी चीज तक चायना की बनी हुई हैं। सस्ती होने के कारण लोग चायना मेड वाली वस्तुओ को खरीदना पसंद करते है अत : उसका मुकाबला करने के लिए हमारी सरकार को यहाँ के उत्पाद को बनाने में कम्पनियो को अनुदान और साधन उपलब्ध कराने होंगे तभी यह प्रयास सार्थक हो सकता हैं। 
फ़िर भी एक छोटा सा प्रयास भी कम महत्वपूर्ण नहीं होता। आपके सुझावों का स्वागत हैं। 

रविवार, 31 मई 2020

हस्तिनापुर जैन मंदिर - Hastinapur Jain Temple

जय जिनेन्द्र मित्रों , 

आज मैं यहाँ हस्तिनापुर के जैन मंदिरों के बारे में जानकारी आपसे साँझा कर रहा हूँ। हस्तिनापुर भारत में एक प्रसिद्ध क्षेत्र रहा है। महाभारत काल में यह एक प्रमुख केंद्र रहा जो कुरु वंश की राजधानी था। यह गंगा नदी के तट पर बसा है जो मेरठ से लगभग 37 किलोमीटर और दिल्ली से 96 किलोमीटर दूर है। हस्तिनापुर हिन्दू और जैनियों  का एक प्रमुख केंद है। यहाँ जैनियों के बहुत से प्रसिद्ध मंदिर हैं जो बहुत ही भव्य हैं। 

कुछ प्रसिद्ध जैन मंदिर निम्नलिखित हैं --- 

1. जम्बूद्वीप जैन तीर्थ क्षेत्र :-- पूज्य ज्ञानमति माताजी की प्रेरणा से यह ब्रह्मांड दर्शन के रूप में बनाया गया हैं जो अपने आप में अद्दितीय है।यहाँ सुमेरु पर्वत की सुंदरता और भव्यता देखते ही बनती है। 

2. श्री दिगम्बर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर :-- यह हस्तिनापुर का सबसे प्राचीन जैन मंदिर है। इस मंदिर की लोगों में बहुत मान्यता हैं। पास ही नसियाँ ,जल मंदिर और 24 टोंक भी प्रसिद्ध हैं। 

3. कैलास पर्वत :-- यह भी एक भव्य मंदिर है जो लगभग 40 मीटर की ऊंचाई लिए हुए है। यह मंदिर बहुत सुन्दर और कैलास पर्वत की याद दिलाने वाला है जहाँ भगवान आदिनाथ मोक्ष पधारे थे। 

4. श्री श्वेताम्भर जैन मंदिर :-- यह श्वेताम्भर समाज का मंदिर है जो लगभग 46 मीटर की ऊंचाई लिए हुए है। इस मंदिर की मजबूती और गोलाकार आकृति सम्मोहित करने वाली है। अष्ट पद नाम से ये विख्यात है। 

5. तीन लोक रचना :-- यह भी एक बहुत सुन्दर रचना है जिसमें तीनों लोकों को प्रस्तुत किया गया है। इसमें अधोलोक, मध्यलोक और ऊर्ध्वलोक को बताया गया है। यह भी जम्बूद्वीप जैन तीर्थ क्षेत्र में आता है। 

इसके अलावा भी यहाँ पर बहुत से जैन मंदिर है जो अपने आप में अद्भुत व विशिष्टा लिए हुए है। जैन मंदिरों के अलावा यहाँ प्रसिद्ध  हिन्दू मंदिर भी है जो पौराणिक और भव्य है। यहाँ पर रहने और भोजन  के लिए जैन मंदिरों में अच्छी व्यवस्था हैं। इसके अलावा होटल भी है। यहाँ का वातावरण भी मनमोहक और प्रकति का निकट से अहसास दिलाने वाला है। 

आप मेरा नीचे दिया गया वीडियो देखकर और भी यहाँ के मंदिरों की झलकियाँ देख सकते हैं।  



आशा है आपको मेरा यह लेख अच्छा लगा होगा। अगर आपको मेरा लेख और वीडियो कुछ उपयोगी लगा हो तो कृपया मेरा यूट्यूब चैनल और ब्लॉग को लाइक,सब्सक्राइब और शेयर जरूर कीजियेगा। 

धन्यवाद 

बुधवार, 27 मई 2020

शिव मंत्र

भगवान शिव भोलेनाथ के नाम से भी जाने जाते हैं इसलिए उनको अपनी भक्ति से प्रसन्न करना ज्यादा मुश्किल नहीं है। कुछ मन्त्र ऐसे हैं जो शिवजी को अत्यंत प्रिय हैं और जिनसे भक्तों का शीघ्र कल्याण हो सकता हैं तो आईये देखे की वे कौन से मन्त्र हैं। 

दोस्तों पहली बात तो आपको हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि शिवजी की सम्पूर्ण आराधना बिना माता पार्वती के नहीं हो सकती अत: जब भी हम आराधना करे वह शिव - पार्वती , उमा - महेश्वर, महादेव - महादेवी , रूद्र - रुद्राणी या फिर शिव - शिवा के रूप में ही होनी चाहिए। 

भगवान शिव का सुप्रसिद्ध मन्त्र है ॐ नम: शिवाय और अगर हम इसमें ॐ नम: शिवायै और जोड़ देंगे तो इसमें शिवजी और माता पार्वती दोनों की आराधना हो जाएगी। 

आइये , अब देखे उनका दूसरा महत्वपूर्ण मन्त्र और यह है महामृत्युंजय मंत्र ---

 ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ 

दोस्तों  इस मन्त्र का जितना भी बख़ान करे वह कम है क्योंकि इसके द्वारा तो हमारे ऊपर आने वाली अकाल मृत्यु भी इसके प्रभाव से हमारे से कोसों दूर भाग जाएगी। अत: हमें अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रतिदिन इस मन्त्र का उच्चारण करना चाहिए। 

शिवजी को प्रसन्न करने के लिए पंचाक्षर मन्त्र भी बड़ा प्रभावी है। यह मन्त्र ॐ नम: शिवाय का ही विस्तृत रूप है। यह है -- 

                 श्रीशिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम्

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय, भस्माङ्गरागाय महेश्वराय।

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय, तस्मै न काराय नमः शिवाय॥

मन्दाकिनी सलिलचन्दन चर्चिताय, नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय।

मन्दारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय, तस्मै म काराय नमः शिवाय॥

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय।

श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय, तस्मै शि काराय नमः शिवाय॥

वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य, मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।

चन्द्रार्क वैश्वानरलोचनाय, तस्मै व काराय नमः शिवाय॥

यक्षस्वरूपाय जटाधराय, पिनाकहस्ताय सनातनाय।

दिव्याय देवाय दिगम्बराय, तस्मै य काराय नमः शिवाय॥

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसन्निधौ।

शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥ 

यह मन्त्र सबका कल्याण करने वाला है। अब एक और मन्त्र को देखते है जिसका नाम है शिव गायत्री मन्त्र। `शिव गायत्री मन्त्र' भी गायत्री मन्त्र के समान ही प्रभावी है और इसमें सबके कल्याण की भावना छिपी हुई हैं। यह मन्त्र इस प्रकार है -- 

ॐ महादेवाय विद्महे , रुद्रमूर्तये धीमहि ।

तन्नः शिवः प्रचोदयात् ॥ 

इस मन्त्र को इस प्रकार भी बोला जा सकता है --

 ऊं तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात। 

तो दोस्तों मुझे आशा है कि मेरे इस लेख और वीडियो के माध्यम से आपको कुछ धर्म - लाभ अवश्य हुआ होगा। भगवान शिव आप सभी का कल्याण करें। 

लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद !